मनरेगा में डोभा स्वीकृति के नाम पर वसूली,राजनीतिक दलों ने उठाया था मामला, अब जांच पर टिकी निगाहें।

Front view of the "प्रखंड सह अंचल कार्यालय" (Block-cum-Circle Office) building in Manika, District Latehar, Jharkhand, with bold black Hindi text painted on a light pink wall.

Latehar:मनिका प्रखंड क्षेत्र में मनरेगा योजना से डोभा के लिए स्वीकृति देने के नाम पर अवैध वसूली का मामला सामने आने के बाद राजनीतिक दलों की ओर से मामले की निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग लगातार की जा रही है।

भाजपा, कांग्रेस व राजद समेत अन्य दलों के नेताओं की और से मामले पर तत्ख प्रतिक्रिया देकर लगातार मामले की जांच करने की मांग की जा रही है। लेकिन अब तक स्थानीय स्तर पर मामले के संबंध में जांच समेत अन्य कवायद के बारे में जानकारी सार्वजनिक नहीं किए जाने से लोगों में निराशा का भाव देखने को मिल रहा है। गौरतलब है कि लातेहार के उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की ओर से कई स्थानों पर सरकारी कार्यों में लापरवाही बरतने पर दोषियों पर कार्रवाई की गई है। नए उपविकास आयुक्त के रूप में सैयद रियाज अहमद की पदस्थापना के बाद लोगों में विश्वास जगा है। लाभुकों ने बताया है कि प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी के द्वारा पारकालेशन टैंक (डोभा) स्वीकृति करने के नाम पर 22 हजार प्रति योजना लिया गया है। लेकिन स्वीकृत योजना चालू करने के नाम फिर से पांच हजार रुपये की मांग की जा रही है। लाभुकों ने कहा कि पैसे देने में असर्मथता जताने पर बीपीओ ने कहा कि अगर पांच हजार नहीं देंगे तो योजना चालू नहीं होगी और पूर्व के दिए पैसे डूब जाएंगे। 

 

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