तेतरियाडीह से गेंठा तक नई सड़क का शुभारंभ: 20 हजार लोगों को मिलेगी राहत

A yellow JCB excavator is seen constructing a dirt road in a rural area with two men observing the work. The top of the image features a bold Hindi headline that reads, "पलामू:तेतरियाडीह से गेंठा तक नई सड़क का शुभारंभ: 20 हजार लोगों को मिलेगी राहत" (Translation: "New Road Construction Begins from Tetariyadih to Gentha: 20,000 People to Benefit").

Palamu: नीलांबर-पीतांबरपुर प्रखंड में तेतरियाडीह से गेंठा तक सड़क निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वर्षों से खराब पड़ी इस सड़क की मरम्मत और पक्कीकरण मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया जा रहा है। सड़क की लंबाई लगभग 4.52 किलोमीटर है। दो दिनों से जेसीबी मशीन द्वारा पुरानी सड़क की सफाई की जा रही है ताकि आगे का कार्य आसानी से पूरा हो सके।

यह सड़क लंबे समय से जर्जर हालत में थी, जिससे स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी कठिनाई हो रही थी। खासकर बरसात के मौसम में गड्ढों और कीचड़ के कारण लोग परेशान थे। अखबार और  “बोले पलामू” अभियान के तहत 11 मई के अंक में इस समस्या को प्रमुखता से उठाया था। रिपोर्ट का असर यह हुआ कि अब सड़क निर्माण का कार्य तेजी से शुरू हो गया है।

सड़क निर्माण से करीब 20 हजार की आबादी को सीधा लाभ मिलेगा। स्थानीय निवासी जैसे पीपरा के सुधीर कुमार, बांसदोहर के रवि चौबे, सिंकंदर चौबे, पंचम पांडेय आदि ने बताया कि अस्पताल, बाजार, स्कूल-कॉलेज जाने में अब परेशानी नहीं होगी। ये सभी लोग हिन्दुस्तान अखबार को धन्यवाद दे रहे हैं, जिनकी रिपोर्टिंग से प्रशासन हरकत में आया।

यह सड़क तेतरियाडीह से गेंठा, राजोगाडी से भकासी, और कोईरी पतरा चारमुहान से राजोगाडी तक फैली हुई है, जो कभी कीचड़ और गड्ढों का पर्याय बन चुकी थी। लेकिन अब निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। शुक्रवार की सुबह से ही जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू कर दी गई है और मजदूर भी लगाए गए हैं।

गेंठा के सोनू कुमार, अभिमन्यु कुमार, अशोक सिंह, केदार प्रजापति, बांसदोहर के रवि चौबे, पिपरा के सुधीर मेहता, विकेश मेहता, परशुराम खाप के श्रवण राम, मिथिलेश पांडेय जैसे ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने बार-बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से सड़क निर्माण की मांग की थी। जब मीडिया ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया तब जाकर कार्रवाई शुरू हुई।

इस सड़क का उपयोग सतबरवा और मनिका के लोग भी पांकी-मनातू की ओर जाने के लिए करते हैं। ऐसे में यह निर्माण सिर्फ एक गांव की सुविधा नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास का रास्ता खोलेगा।

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